भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने 23 नवंबर 2025 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया — और इस घोषणा में एक बड़ा सनसनीखेज मोड़ छिपा था। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद टीम के कप्तान शुभमन गिल और उप-कप्तान श्रेयस अय्यर को चोट के कारण बाहर रखा, और फिर अप्रत्याशित तरीके से केएल राहुल को कप्तान बनाया। लेकिन जो असली चर्चा चल रही है, वो है — ऋषभ पंत को क्यों नहीं चुना गया? ये सवाल भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के दिलों में आग लगा रहा है।
चोटों का असर: गिल और अय्यर का अचानक बाहर होना
शुभमन गिल को गर्दन में चोट लगी है, जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में हुई थी। डॉक्टरों ने उन्हें आराम की सलाह दी है, और अब उनकी वापसी का समय अनिश्चित है। दूसरी ओर, श्रेयस अय्यर की चोट और भी गंभीर है — ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच में कैच लेते समय उनका कंधा बुरी तरह चोटिल हुआ था। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया था, और अब उनकी वापसी का अनुमान आईपीएल 2026 तक लगाया जा रहा है। ये दोनों खिलाड़ी टीम के दिल थे — गिल की शुरुआती बल्लेबाजी और अय्यर का बीच में स्थिरता देने का तरीका टीम के लिए अनिवार्य था।
केएल राहुल को क्यों चुना गया? नियमितता की जीत
चयनकर्ताओं ने अपना फैसला साफ कर दिया — कप्तानी उसी को मिलनी चाहिए जो नियमित रूप से फॉर्मेट खेल रहा हो। और यहीं पर केएल राहुल ने अपनी लगातार उपस्थिति के जरिए अपना दावा मजबूत किया। पिछले 12 महीने में उन्होंने 14 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें 3 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, ऋषभ पंत ने पिछले एक साल में सिर्फ एक ही वनडे मैच खेला है — श्रीलंका दौरे पर अगस्त 2024 में। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भी उन्हें किसी भी मैच में प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली। ये बात बहुत बड़ी है। कप्तानी सिर्फ अनुभव नहीं, बल्कि फॉर्मेट के साथ जुड़े रहने का रिकॉर्ड है।
ऋषभ पंत: अनुभव है, लेकिन खेलने का मौका नहीं
पंत के पास 31 वनडे मैचों का अनुभव है, और उन्होंने 871 रन बनाए हैं। लेकिन ये सब बातें अब बेकार लग रही हैं। क्यों? क्योंकि केएल राहुल ने विकेटकीपर-बल्लेबाज की जगह पक्की कर ली है। चयनकर्ता अब एक ही विकेटकीपर को टीम में रखना चाहते हैं — और राहुल की बल्लेबाजी और बाहरी शैली टीम के लिए बेहतर फिट लग रही है। पंत को टेस्ट में कप्तानी मिली है, लेकिन वनडे में उनकी बातें अब दूसरे नंबर पर आ गई हैं। इसका मतलब ये नहीं कि पंत अच्छे नहीं हैं — बल्कि ये कि टीम का भविष्य अब अलग दिशा में बन रहा है।
टीम की संरचना: नए चेहरे, पुरानी ताकत
शुभमन गिल की गैर-मौजूदगी में यशस्वी जायसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ ओपनिंग कर सकते हैं — दोनों ने लीग क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। श्रेयस अय्यर की जगह लेने के लिए तिलक वर्मा और पंत को नंबर 4 पर ट्राय किया जा रहा है। ये बात दिलचस्प है — पंत नंबर 4 पर बल्लेबाजी करेंगे, न कि विकेटकीपर के रूप में। ये इशारा है कि टीम उन्हें बल्लेबाजी के लिए रखना चाहती है, न कि एक विकेटकीपर के रूप में।
टीम में विराट कोहली, रोहित शर्मा, रवींद्र जडेजा जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी हैं। लेकिन असली कहानी ये है कि टीम अब युवा ताकत पर भरोसा कर रही है। नीतीश कुमार रेड्डी, हर्षित राणा, ध्रुव जुरेल — ये नाम पहली बार टीम में हैं। ये बदलाव न सिर्फ चोटों के कारण है, बल्कि भविष्य की तैयारी है।
क्या ये फैसला सही है? विशेषज्ञों की राय
एक पूर्व टीम इंडिया के कोच ने बताया, "कप्तानी एक ऐसी जिम्मेदारी है जिसे खिलाड़ी को रोजाना जीना होता है। जो खिलाड़ी लगातार मैच खेलता है, वही टीम के लिए आदर्श नेता बन सकता है।" दूसरे विश्लेषक ने कहा, "पंत को अगर वनडे में अवसर मिलता रहा, तो आज का फैसला अलग होता। लेकिन जब तक आप खेलते नहीं, तब तक आपकी बात कोई नहीं सुनता।"
आगे क्या होगा? चैंपियंस ट्रॉफी के बाद का रास्ता
ये वनडे सीरीज चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के बाद पहली बड़ी टेस्ट नहीं, बल्कि वनडे टीम के भविष्य का परीक्षण है। अगर केएल राहुल अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो वह अगले दो साल तक कप्तान बने रह सकते हैं। अगर पंत अगले छह महीने में वनडे में वापसी करते हैं और शानदार बल्लेबाजी करते हैं, तो उनका नंबर फिर से चर्चा में आ सकता है। लेकिन अब तक की बात ये है — टीम का भविष्य उन खिलाड़ियों के साथ है जो खेल रहे हैं, न कि जो बैठे हैं।
क्या श्रेयस अय्यर की जगह लेने वाले तिलक वर्मा और पंत बदल सकते हैं टीम का भविष्य?
तिलक वर्मा ने आईपीएल 2025 में 420 रन बनाए थे, और उनकी बल्लेबाजी का स्ट्राइक रेट 140+ था। वहीं, पंत की बल्लेबाजी का औसत वनडे में 33.50 है, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 90 के आसपास है — जो टीम के लिए बहुत अच्छा है। अगर तिलक शुरुआत में आग लगा दें, तो टीम के लिए ये एक बड़ा फायदा होगा। और अगर पंत नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए 80-90 रन बना दें, तो उनकी वापसी की बात फिर से उठ सकती है। लेकिन ये सब उनके खेल पर निर्भर करेगा — न कि उनके नाम पर।
Frequently Asked Questions
केएल राहुल को कप्तानी क्यों मिली, जबकि ऋषभ पंत टेस्ट में कप्तान हैं?
बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार, वनडे कप्तानी उस खिलाड़ी को मिलती है जो नियमित रूप से फॉर्मेट में खेल रहा हो। राहुल पिछले 12 महीने में 14 वनडे खेल चुके हैं, जबकि पंत ने सिर्फ एक ही मैच खेला है। टेस्ट और वनडे टीम की संरचना अलग है — टेस्ट में पंत को अनुभव और बल्लेबाजी के लिए चुना गया है, लेकिन वनडे में नियमितता की बात अधिक महत्वपूर्ण है।
श्रेयस अय्यर की चोट कितनी गंभीर है और कब वापसी हो सकती है?
श्रेयस अय्यर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच में कैच लेते समय कंधे की गंभीर चोट लगी है। चिकित्सकों ने उन्हें 4-6 महीने का आराम की सलाह दी है। अब उनकी वापसी का अनुमान आईपीएल 2026 के शुरुआती मैचों तक लगाया जा रहा है। उनकी वनडे टीम में वापसी के लिए फिर से अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
ऋषभ पंत को अगली बार वनडे कप्तानी कब मिल सकती है?
अगर पंत अगले छह महीने में वनडे में वापसी करते हैं और 3-4 मैचों में 80+ रन बनाते हैं, तो उनका नाम फिर से कप्तानी की बातचीत में आ सकता है। लेकिन इसके लिए उन्हें राहुल के सामने अपनी बल्लेबाजी से अपनी जगह बनानी होगी। चयनकर्ता अब नियमितता पर जोर दे रहे हैं — न कि नाम के आधार पर।
क्या शुभमन गिल की गर्दन की चोट उनकी कप्तानी के लिए अंतिम हो सकती है?
नहीं, ये चोट अंतिम नहीं है। गिल को गर्दन की मामूली चोट लगी है, जो आमतौर पर 3-4 हफ्ते में ठीक हो जाती है। लेकिन बीसीसीआई उन्हें अगले 15-20 दिनों के लिए आराम दे रहा है ताकि कोई देरी न हो। अगर वह आईपीएल 2026 में खेलते हैं, तो वनडे कप्तानी के लिए उनका दावा फिर से मजबूत हो जाएगा।
क्या ये टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के बाद का भविष्य दिखा रही है?
हां, बिल्कुल। टीम में यशस्वी जायसवाल, ऋतुराज गायकवाड़, तिलक वर्मा और नीतीश कुमार रेड्डी जैसे युवा खिलाड़ियों को शामिल करने का मतलब है कि बीसीसीआई अगले विश्व कप 2027 की तैयारी शुरू कर रहा है। केएल राहुल अभी कप्तान हैं, लेकिन अगले दो साल में इन युवाओं में से कोई भी नेतृत्व का भार उठा सकता है।
क्या श्रेयस अय्यर के बिना टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत सकती है?
अय्यर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 11 मैचों में 422 रन बनाए हैं — औसत 52.75 और स्ट्राइक रेट 99.06। उनकी गैर-मौजूदगी एक बड़ी खालीपन है। लेकिन तिलक वर्मा और राहुल की बल्लेबाजी ने इस खालीपन को भरने की क्षमता दिखाई है। अगर टीम शुरुआत में अच्छा फॉर्म दिखाती है, तो ये सीरीज जीतना संभव है।