अडित्या इन्फोटेक आईपीओ ने 51% सूची लाभ से 2025 का सबसे सफल डेब्यू

अडित्या इन्फोटेक आईपीओ ने 51% सूची लाभ से 2025 का सबसे सफल डेब्यू
23 सितंबर 2025

डिब्यूट की प्रमुख आँकड़े

अडित्या इन्फोटेक ने 5 अगस्त 2025 को भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों पर एक तीव्र शुरुआती दौर दिखाया। BSE पर शेयर की शुरुआती कीमत रु 1,018 थी, जबकि NSE पर यह रु 1,015 पर खुला। दोनों ही कीमतें इश्यू प्राइस (रु 675) से 50.8% और 50.4% अधिक थीं। इस स्तर की वृद्धि ने तुरंत सभी निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर लिया।

कुल 1,300 करोड़ रुपये के आईपीओ में से 500 करोड़ रुपये नई_issue के रूप में जारी किए गए और 800 करोड़ रुपये मौजूदा शेयरों की बिक्री के रूप में पेश किए गए। सार्वजनिक सब्सक्रिप्शन 29 जुलाई से 31 जुलाई 2025 तक चला, जिसमें मूल्य सीमा रु 640‑675 निर्धारित थी।

अडित्या इन्फोटेक आईपीओ को कुल मिलाकर 106.23 गुना ओवरसब्सक्राइब किया गया। सबसे अधिक माँग Qualified Institutional Buyers (QIBs) की रही, जिन्होंने 140.5 गुना सब्सक्रिप्शन किया। गैर‑संस्थागत निवेशकों ने 75.93 गुना, जबकि खुदरा वर्ग ने 53.81 गुना सब्सक्रिप्शन किया। यह विविध वर्गों से आए जोश को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।

निवेशकों की प्रतिक्रिया और बाजार पर असर

डिब्यूट के बाद ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) लगभग रु 300‑305 के बीच रहा, जो इश्यू प्राइस पर लगभग 45% की अतिरिक्त कीमत बताता है। यह प्रीमियम कई ब्रोकर और ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म पर अत्यधिक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा गया।

रिटेल निवेशकों के लिए न्यूनतम निवेश 22 शेयरों (एक लॉट) के बराबर रु 14,850 निर्धारित किया गया। छोटे गैर‑संस्थागत निवेशकों को कम से कम 14 लॉट (308 शेयर) यानी रु 2,07,900 का निवेश करना था, जबकि बड़े गैर‑संस्थागत निवेशकों को 68 लॉट (1,496 शेयर) यानी रु 10,09,800 की राशि लगानी थी। इस प्रकार विभिन्न पूंजी वर्गों के लिए विभिन्न एंट्री पॉइंट तय किए गए, जिसने बड़ी हिस्सेदारी को आकर्षित किया।

सौदे की प्रक्रिया में ICICI Securities Limited और IIFL Capital Services Limited बुक‑रनिंग लीड मैनेजर के रूप में काम कर रहे थे। MUFG Intime India Private Limited (Link Intime) रजिस्ट्री के रूप में कार्यरत था। आवंटन 1 अगस्त को अंतिम रूप दिया गया और शेयर 4 अगस्त को निवेशकों के डीमैट खातों में क्रेडिट किए गए।

अडित्या इन्फोटेक के इस लिस्टिंग प्रदर्शन ने न केवल कंपनी के भविष्य के विकास को मजबूती दी, बल्कि भारतीय आईपीओ बाजार में निवेशकों के आत्मविश्वास को भी उभार दिया। इस साल के अन्य बड़े डेब्यू जैसे GNG Electronics (49.8% प्रीमियम) की तुलना में 51% से अधिक सूची लाभ ने इसे स्पष्ट रूप से सबसे सफल बना दिया।

कुल मिलाकर, इस आईपीओ ने भारतीय बाजार में नई ऊर्जा का संचार किया है। निवेशकों ने इस कंपनी के तकनीकी पोर्टफोलियो, विस्तृत ग्राहक आधार और भविष्य में उच्च विकास की संभावना को समझा। अब जबकि शेयर दोनों एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग कर रहे हैं, बाजार की निगरानी जारी रहेगी कि इस शुरुआती गति को आगे के महीनों में किस प्रकार बनाए रखा जाता है।

विवेक टांडव

विवेक टांडव

मैं विवेक टांडव हूँ, भारतीय समाचारों और भारतीय जीवन के बारे में लिखने का शौक रखता हूँ। मेरी विशेषज्ञता 'समाचार' में है, और मैं अपने पाठकों को सच और ताज़ा जानकारी प्रदान करने के लिए समर्पित हूँ। मैं नई पीढ़ी के लिए भारत की विविधता और विरासत को समझाने में अपनी कला का उपयोग करता हूँ। मेरा लेखन लोकतंत्र, साहित्य, कला और संगीत के विभिन्न पहलुओं को शामिल करता है। साथ ही, मैं भारतीय नागरिकों की रोजमर्रा की चुनौतियों और सफलताओं के बारे में भी अपने लेखन के माध्यम से बताने का प्रयास करता हूँ।

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