जिम्बाब्वे के घरेलू मैदान पर खेले गए टी20 ट्राई सीरीज के छठे मैच में न्यूजीलैंड ने जिम्बाब्वे को 60 रनों से शिकस्त दी। 24 जुलाई, 2025 को खेले गए इस मैच में न्यूजीलैंड ने 20 ओवर में 190/6 का स्कोर बनाया, जबकि जिम्बाब्वे की टीम 18.5 ओवर में ही 130 रन पर सिमट गई। ये हार जिम्बाब्वे के लिए सीरीज में चौथी लगातार हार थी — और उनकी खेल की ताकत के बारे में सवाल उठा रही थी।
इश सोधी का जादू, मैट हेनरी का दबाव
न्यूजीलैंड की जीत का नायक था इश सोधी। उन्होंने 4 विकेट लेकर जिम्बाब्वे के टॉप ऑर्डर को पूरी तरह बर्बाद कर दिया। खासकर टोनी मुन्योंगा का विकेट — जिन्होंने 40 रन बनाए और अचानक तेजी से बल्लेबाजी शुरू कर दी थी — टर्निंग पॉइंट रहा। जब उन्हें आउट किया गया, तो जिम्बाब्वे का आक्रमण ठहर गया। इसके बाद सिकंदर राजा, जिम्बाब्वे के कप्तान, ने भी सिर्फ 2 रन बनाए और बल्लेबाजी का अंतिम टुकड़ा टूट गया। मैच के बाद एक स्थानीय क्रिकेट विश्लेषक ने कहा, "राजा का आउट होना एक बड़ा दिल टूटने जैसा था — वो अकेले ही टीम को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे।"
मैट हेनरी की गेंदबाजी भी अहम रही। उन्होंने टिनोटेंडा मैपोसा को एक शॉर्ट पिच वाली गेंद पर आउट किया, जिस पर मैपोसा ने अपने पुल शॉट को गलत तरीके से खेला और मिड-विकेट पर कैच दे दिया। ये दो रन तो छोटे लगे, लेकिन उनका मनोवैज्ञानिक असर बड़ा था — जिम्बाब्वे के बल्लेबाज अब अपने शॉट्स पर भरोसा नहीं कर पा रहे थे।
जिम्बाब्वे का बर्बाद होता रिकॉर्ड
जिम्बाब्वे की टीम इस साल 2025 में 16 पारियों में से 15 में बल्लेबाजी करते हुए आउट हो चुकी है। उन्होंने अभी तक किसी पारी में 300 रन भी नहीं बनाए। इसका मतलब है — उनकी बल्लेबाजी टीम न सिर्फ अनुभवहीन है, बल्कि अपने आप को बचाने के लिए भी तैयार नहीं है। इस सीरीज में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो बार, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो बार हार मिली। इनमें से दो मैच ऐसे थे जहां जिम्बाब्वे को 130 के आसपास का स्कोर बनाना पड़ा — और वो भी बिना किसी बड़े बल्लेबाज के।
एक अनुभवी क्रिकेट विश्लेषक ने कहा, "जिम्बाब्वे के पास अब एक बड़ा सवाल है — क्या वो टेस्ट क्रिकेट के लिए भी तैयार हैं?" वे जानते हैं कि अगले महीने उनके लिए श्रीलंका के खिलाफ दो ओडीआई और तीन टी20आई हैं। लेकिन अगर उनकी बल्लेबाजी इसी तरह टूटती रही, तो अफ्रीका क्षेत्रीय फाइनल में भी वो खराब दिखेंगे।
न्यूजीलैंड का अद्वितीय रिकॉर्ड: टेस्ट में भी अजेय
जिम्बाब्वे के लिए ये निराशा सिर्फ टी20 तक ही सीमित नहीं है। टेस्ट क्रिकेट में न्यूजीलैंड का रिकॉर्ड अद्वितीय है। दोनों टीमों के बीच अब तक 18 टेस्ट मैच खेले गए हैं — और न्यूजीलैंड ने 12 में जीत दर्ज की है। वे अभी तक जिम्बाब्वे के खिलाफ कभी हार नहीं चुके। आखिरी सात टेस्ट मैचों में से चार न्यूजीलैंड ने इनिंग्स से जीते हैं। यानी जिम्बाब्वे की टीम को एक टेस्ट मैच में 200 रन भी नहीं बनाने दिए जाते।
ये अंतर बस आंकड़ों का नहीं, बल्कि भावनात्मक भी है। जब जिम्बाब्वे के खिलाड़ी न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हैं, तो उनके मन में एक अंतर्निहित डर होता है। ये डर उनकी बल्लेबाजी में दिखता है — जैसे कि वो खेल नहीं, बल्कि बचाव कर रहे हैं।
अगला चरण: न्यूजीलैंड की टेस्ट चुनौती
न्यूजीलैंड के लिए ये टी20 सीरीज की जीत सिर्फ एक शुरुआत है। वे अगले महीने, नवंबर 2025 में, वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने घरेलू मैदान पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत करेंगे। इस बीच उनकी टीम कई मुख्य खिलाड़ियों के बिना है, और नए कोच के साथ अभी तक एक अच्छा रिदम नहीं बन पाया है। फिर भी, उन्होंने इस सीरीज में दिखाया कि वो अपने खिलाड़ियों को निकालकर नए लोगों को जगह दे सकते हैं — और वो भी जीत के साथ।
उनकी टीम अब ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी शीर्ष स्तर के मैचों के लिए तैयार है। अगर वो इसी तरह अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी को संतुलित करते रहे, तो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में उनकी टीम एक खतरनाक प्रतिद्वंद्वी बन सकती है।
जिम्बाब्वे का भविष्य: क्या ब्रेंडन टेलर बदल सकते हैं?
जिम्बाब्वे के लिए एकमात्र उम्मीद का किरण ब्रेंडन टेलर हैं। ये अनुभवी बल्लेबाज, जिन्होंने अपने करियर के ज्यादातर हिस्से में नंबर 4 पर बल्लेबाजी की, अब वापस आ रहे हैं। लेकिन उनके लिए जगह बनाना मुश्किल है — क्योंकि शीन विलियम्स ने अब उस पोजीशन को अपना लिया है। टेलर को शायद नंबर 5 पर बुलाया जाएगा, जिससे राजा को बाहर किया जा सकता है। लेकिन ये बदलाव अगर नहीं हुआ, तो टेलर का आगमन बस एक निशान बन जाएगा — एक अतीत की याद, जिसे अब भविष्य के लिए बनाना होगा।
जिम्बाब्वे के तेज गेंदबाज ब्लेसिंग मुजराबानी भी अपने करियर के बारे में सोच रहे हैं। वो अब तक 60 विकेट ले चुके हैं। अगर वो अगले दो साल में 20 और विकेट ले लें, तो वो जिम्बाब्वे के टेस्ट इतिहास में दूसरे स्थान पर आ जाएंगे। लेकिन इसके लिए उन्हें ऐसे बल्लेबाजों की जरूरत है जो 250+ रन बना सकें — जिसका अभी तक कोई संकेत नहीं है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
न्यूजीलैंड ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 में कितनी बार जीत दर्ज की?
2025 के ट्राई सीरीज में न्यूजीलैंड ने जिम्बाब्वे के खिलाफ दो बार जीत दर्ज की — 18 जुलाई को 8 विकेट से और 24 जुलाई को 60 रनों से। इससे पहले भी टी20 मैचों में न्यूजीलैंड का रिकॉर्ड अजेय रहा है, जिम्बाब्वे ने कभी भी इनके खिलाफ टी20 में जीत नहीं दर्ज की है।
इश सोधी की इस पारी का क्या महत्व है?
इश सोधी ने इस पारी में चार विकेट लेकर जिम्बाब्वे के टॉप ऑर्डर को बर्बाद कर दिया। उन्होंने टोनी मुन्योंगा और सिकंदर राजा जैसे खिलाड़ियों को आउट किया, जो जिम्बाब्वे के लिए अंतिम आशा थे। ये उनकी पहली टी20 टीम के लिए चार विकेट की पारी थी, जिसने उन्हें टीम का अहम बना दिया।
जिम्बाब्वे के लिए अगले मैच क्या हैं?
जिम्बाब्वे अगले महीने श्रीलंका के खिलाफ दो ओडीआई (29 और 31 अगस्त) और तीन टी20आई (2, 6 और 7 सितंबर) खेलेंगे। उसके बाद 26 सितंबर से 4 अक्टूबर तक अफ्रीका क्षेत्रीय फाइनल होगा, जिसके बाद अफगानिस्तान के खिलाफ दो टेस्ट, तीन ओडीआई और तीन टी20आई होंगे।
न्यूजीलैंड की अगली बड़ी चुनौती क्या है?
न्यूजीलैंड नवंबर 2025 में वेस्टइंडीज के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत करेगा। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच होंगे। अगर वो इसी तरह अपनी गेंदबाजी और टीम गहराई को बनाए रखते हैं, तो वे चैंपियनशिप में शीर्ष पर आ सकते हैं।
जिम्बाब्वे के टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी समस्या क्या है?
जिम्बाब्वे की सबसे बड़ी समस्या बल्लेबाजी की अस्थिरता है। इस साल उन्होंने 16 पारियों में से 15 में बल्लेबाजी करते हुए आउट हो चुके हैं। उन्होंने किसी भी पारी में 300 रन नहीं बनाए। ऐसे में गेंदबाजी अच्छी हो भी जाए, तो भी जीत नहीं मिल पाती।
क्या ब्रेंडन टेलर जिम्बाब्वे की टीम को बचा सकते हैं?
ब्रेंडन टेलर का अनुभव जरूरी है, लेकिन वो अकेले नहीं बदल सकते। उनके आगमन से टीम को आत्मविश्वास मिल सकता है, लेकिन उन्हें अच्छी बल्लेबाजी के लिए दूसरे खिलाड़ियों की जरूरत है। अगर वो नंबर 5 पर बैठे, तो उनके आसपास अभी कोई भरोसेमंद बल्लेबाज नहीं हैं।