इटली ने इसराइल को 3-1 से मात दी, लेकिन दो पीले कार्ड के बाद गियोर्जियो कियेल्लिनी, डिफेंडर और जुवेंटस के खेल से बाहर होने से टीम को कड़ी परीक्षा का सामना करना पड़ा।
मैच 5 सितंबर 2016 को सम्य ओफ़र स्टेडियम, हैफा में शुरू हुआ, जो 2018 के विश्व कप क्वालीफ़ायर (Group G) का पहला चरण था। इटली ने शुरुआती 14वें मिनट में ग्रेसियानो पेले के शानदार हेडर से आगे बढ़ी, जबकि इज़राइल ने 35वें मिनट में ताल बैन-हैम के गोल से जंग बचाने की कोशिश की।
मैच का सारांश और मुख्य क्षण
इटली का पहला गोल पैले ने 14वें मिनट में लुका एंटोनाली के बाएं बॅक पास से मार दिया। एंटोनाली का यह असिस्ट इटली के कई तेज़ बॉल रिले का हिस्सा था, जो उनके कोच की नई रणनीति को दर्शाता है। 31वें मिनट में एंटोनियो कैंड्रेवा ने पेनाल्टी मार कर 2-0 का अंतर बढ़ा।
इज़राइल ने 35वें मिनट में बैन-हैम (कैप्टन, मैक्काबी टेल अविव) को टोमर हेमेंड की सटीक पास से गोल करने का मौका मिला, जिससे स्कोर 2-1 हो गया।
लेकिन 64वें मिनट में कियेल्लिनी को दूसरे येलो कार्ड मिला, जिससे उन्हें लाल कार्ड दिखा दिया गया और इटली को दस लोगों पर खेलना पड़ा। यह क्षण ही मैच का मोड़ था; इटली को अब डिफ़ेंस पर पूरी तरह निर्भर रहना पड़ा।
डिफ़ेंस की दृढ़ता और बुफ़ॉन की शान
डिफ़ेंस के लिये गियानलुई जी बुफ़ॉन (जुवेंटस, गोलकीपर) ने दो बार महत्वपूर्ण बचाव किए। 52वें मिनट में नीर बिटोन के शॉट पर उन्होंने बॉक्स की किनारी से फुटबॉल को फेंका, और 67वें मिनट में रोइ केहात के तीव्र शॉट को रोक कर टीम को आगे बढ़ाया। बुफ़ॉन की उम्र 38 साल थी, फिर भी उनका प्रदर्शन युवा खिलाड़ियों को प्रेरित कर रहा था।
इमार्बोलिए की बदली और अंतिम गोल
70वें मिनट में इटली ने सिरो इममोबाइले (टोरेनियो) को एदर मार्टिन्स की जगह पर डाला। इममोबाइले ने 83वें मिनट में पेले के सेंट्रल हेडर को आबजेक्ट किया और दाहिने पैर से गोल कर 3-1 का अंतिम स्कोर तय किया। यह गोल इज़राइल की रक्षक पंक्ति को तोड़ने में मददगार साबित हुआ, जबकि इटली ने अपना फॉर्म बनाए रखा।
टिप्पणियों और विश्लेषकों की प्रतिक्रिया
स्थानीय मीडिया ने कियेल्लिनी के बाहर होने को "हर कीमत पर जीत" कहा, जबकि कई विशेषज्ञों ने इज़राइल की लचीलापन की सराहना की। कुछ ने नोट किया कि इटली को आगे के मैच में फॉर्मेशन में बैक-अप योजना की जरूरत है, क्योंकि एक और लाल कार्ड टीम के लिए गंभीर जोखिम बन सकता है। स्पेन के खिलाफ टूरिनो में मिलने वाले अगले मैच को देखते हुए कोच जियानी ने कहा, "हमारी रक्षा को दोहरी सुरक्षा चाहिए, खासकर किक-ऑफ़ के आखिरी चरण में।"

भविष्य की दिशा और अगले क्वालीफ़ायर
इटली अब ग्रुप G में दूसरे स्थान पर है, जबकि स्पेन पहले स्थान पर है। अगले मैच 6 अक्टूबर 2016 को स्टेडियो ओलिम्पिको, ट्यूरिन में होगा। यदि इटली यहाँ भी पॉइंट्स ले लेती है, तो क्वालीफ़ायर में आगे की राह सुरक्षित हो सकती है। इस बीच, इज़राइल को ग्रुप में अपनी स्थिति बचाने के लिये अगले दो मैचों में जीत पाने की जरूरत होगी।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
इटली और इज़राइल के बीच अब तक छह आधिकारिक मुलाक़ातें हुई हैं। 1961 के दावे में इटली ने 4-2 से जीत हासिल की थी, जबकि 2017 में इटली ने 1-0 से जीत दर्ज की। यह मैच दोनों टीमों के लिए एक नई शुरुआत है – इटली के लिए नई रणनीति का परीक्षण और इज़राइल के लिए बड़े यूरोपीय दावेदारों के खिलाफ अपने आप को साबित करने का मंच।
बार‑बार पूछे जाने वाले प्रश्न
इटली की जीत से ग्रुप G की तालिका कैसे बदली?
इटली ने 3 अंक प्राप्त कर ग्रुप G में दूसरे स्थान पर पहुंची, जबकि स्पेन पहले स्थान पर बना रहा। इस जीत से इटली को अगले स्पेन के खिलाफ मैच में बिंदु सुरक्षित रखने का मौका मिला, और इज़राइल अभी भी शून्य पर है।
कियेल्लिनी के बाहर होने से इटली की रणनीति पर क्या असर पड़ा?
कियेल्लिनी के लालेडे ने इटली को डिफ़ेंडर की कमी महसूस करवाई, जिससे मध्य‑क्षेत्र की रक्षा पर अधिक दबाव आया। कोच ने कई डिफ़ेंडर को बदल कर फॉर्मेशन को संतुलित किया, लेकिन यह दिखाता है कि भविष्य में बैक‑अप योजना जरूरी होगी।
इज़राइल कौन‑से प्रमुख खिलाड़ी थे और उन्होंने कैसे कोशिश की?
कैप्टन ताल बैन‑हैम ने 35वें मिनट में गोल किया, और टोमर हेमेंड ने कई बॉल परिदान किए। बायाँ फोरवर्ड रोइ केहात ने भी कई मौके बनाए, लेकिन बुफ़ॉन की बचत ने इज़राइल को आगे बढ़ने से रोका।
मैच के बाद इटली के अगले मुकाबले में क्या मुख्य चुनौतियां हैं?
स्पेन के खिलाफ ट्यूरिन में खेलते हुए इटली को अपनी रक्षा को और सुदृढ़ करना होगा, क्योंकि स्पेन की आक्रमण पंक्ति भरपूर है। साथ ही, इमरॉबाइले और पेले को गोल्स की नियमितता बनाए रखनी होगी, ताकि अंक सुरक्षित हों।
सम्य ओफ़र स्टेडियम में इस मैच का माहौल कैसा था?
हैफा के स्थानीय दर्शकों ने इज़राइल को उत्साही समर्थन दिया, लेकिन इटली के शौक़ीन भी बड़ी संख्या में आए थे। मैच के दौरान ध्वनि स्तर बहुत तेज़ था, और जब इटली ने तीसरा गोल किया तो दर्शकों में हलचल मच गई।