रमाकांत पांडे ब्यूरो चीफ बेनकाब भ्रष्टाचार अंबेडकर नगर *लगभग दो माह पूर्व जिले के पुलिस महकमे में तूफान खड़ा कर देने वाला जियाउद्दीन हत्याकांड में पुलिसकर्मियों के विरुद्ध नही हो सकी कोई कार्यवाही*

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रमाकांत पांडे ब्यूरो चीफ
बेनकाब भ्रष्टाचार
अंबेडकर नगर
*लगभग दो माह पूर्व जिले के पुलिस महकमे में तूफान खड़ा कर देने वाला जियाउद्दीन हत्याकांड में पुलिसकर्मियों के विरुद्ध नही हो सकी कोई कार्यवाही*
अंबेडकर नगर, 27 मई। लगभग दो माह पूर्व जिले के पुलिस महकमे में तूफान खड़ा कर देने वाला जियाउद्दीन हत्याकांड अब लगभग फाइलों में दफन होने को तैयार दिख रहा है । 25 / 26 मार्च की रात जिला अस्पताल में हुई जियाउद्दीन की मौत के बाद तत्कालीन स्वाट टीम प्रभारी देवेंद्र पाल सिंह समेत उनके हमराही सिपाहियों के विरुद्ध अकबरपुर थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया था लेकिन अभी तक आरोपी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा सकी है। घटना के सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने स्वाट टीम को लाइन हाजिर करते हुए मामले की विभागीय जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी थी तथा पूरे प्रकरण की मजिस्ट्रेट स्तर की जांच जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी टांडा अभिषेक पाठक को सौंपी थी।मजिस्ट्रेट जांच के साथ-साथ विभागीय जांच का क्या हुआ, यह तो अभी तक नहीं पता लेकिन आमतौर पर छोटे छोटे अपराधों में लोगों को बलि का बकरा बनाने वाली पुलिस इस सनसनीखेज मामले में आरोपियों पर मेहरबान ही दिख रही है। आजमगढ़ जिले के पवई थाना अंतर्गत हाजीपुर कुदरत गांव के रहने वाले 36 वर्षीय जियाउद्दीन को स्वाट टीम ने पकड़ने के बाद बुरी तरह प्रताड़ित किया था जिसके कारण हालत गंभीर होने पर उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था जहां थोड़ी ही देर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। उस समय मौत के राज को भी पुलिस ने दबाने का भरसक प्रयास किया था लेकिन अंततोगत्वा मामला मीडिया के संज्ञान में आ ही गया था । मृतक के भाई शहाबुद्दीन ने पुलिस पर पैसा लेकर हत्या का आरोप लगाया था लेकिन जिले की पुलिस इस गंभीर प्रकरण पर जिस प्रकार से कुंडली मारकर बैठी है उससे जियाउद्दीन के परिजनों को न्याय मिल सकेगा, इसकी संभावना न के बराबर प्रतीत हो रही है । फिलहाल अपनों को बचाने के लिए खाकी इस हद तक पहुंच जाएगी, यह कम ही देखने को मिलता है। इस संबंध मेंउपजिलाधिकारी टांडा अभिषेक पाठक ने बताया कि मृतक जियाउद्दीन के परिजनों का बयान अभी नहीं हो सका है जबकि दोषी चार पुलिसकर्मियों के ही बयान अभी दर्ज किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि बयान दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी होते ही रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दी जाएगी।

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