रमाकांत पांडे ब्यूरो चीफ
बेनकाब भ्रष्टाचार
अंबेडकर नगर
*गेहूं की फसल से खाली हो रहे खेत में किसानों ने ढैंचा की बुआई की शुरू*
अम्बेडकरनगर। गेहूं की फसल से खाली हो रहे खेत में किसान ढैंचा की बुआई करें। खाली खेत की सिंचाई व जुताई करके तैयार कर लें। 25 अप्रैल तक बुआई कर देंगे तो अच्छा रहेगा। ढैंचा बोकर उसकी पलटाई करेंगे तो मिट्टी में जीवांश कार्बन सहित अन्य तत्वों में वृद्धि होगी। जीवांश कार्बन अत्यंत कम होने से उपज प्रभावित हो रही है। ढैंचा बोने का तरीका: कटघर मूसा निवासी फसलों के पारखी किसान अजादार हुसैन (हिमाऊं) ने बताया कि खेत में ढैंचा पलटकर हरी खाद बनाने के लिए 25 अप्रैल तक बुआई अवश्य कर दें। किसान गेहूं से खाली खेत की सिंचाई कर मिट्टी थोड़ा नम रहे तभी जुताई कर दें। फिर उसमें ढैंचा की बुआई हल के पीछे कूड़ों में करें। ताकि जून में पहली बारिश होने तक ढैंचा के पौधे दो से ढाई फीट तक के हो जाएं। इन्हें खेत में पलट देने से हरी खाद तैयार हो जाएगी। उन्होंने बताया कि ढैंचा से सन पैदा करने के लिए और उसके डंठल से ईंधन का काम लेना हो तो मई के दूसरे सप्ताह से लेकर जून के पहले सप्ताह तक बुआई कर सकते हैं। यह फसल क्रमश: अगस्त के मध्य और सितंबर के मध्य तक तैयार हो जाएगी।
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