रमाकांत पांडे ब्यूरो चीफ
बेनकाब भ्रष्टाचार
अंबेडकर नगर
*कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लगाए गए वीकेंड कर्फ्यू के दूसरे दिन रविवार को जिले की बाजारें पूरी तरह बंद रहीं*
अंबेडकरनगर। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लगाए गए वीकेंड कर्फ्यू के दूसरे दिन रविवार को जिले की बाजारें पूरी तरह बंद रहीं। दुकानों के न खुलने से जिला मुख्यालय से लेकर जिले के अन्य क्षेत्रों की सड़कों पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। इस दौरान इक्का-दुक्का वाहन ही सड़क पर दौड़ते दिखे। अत्यंत जरूरी कार्य से घर से निकलने वालों को जगह-जगह लगे बैरियराें पर तैनात पुलिस कर्मियों को बाहर निकलने का कारण बताना पड़ रहा था।बगैर किसी ठोस कारण के बाहर निकलने वालों को पुलिस बैरियर से ही लौटा दे रही थी। प्रमुख चौराहों व बाजारों में जगह-जगह लगे बैरियर पर तैनात पुलिसकर्मी पूरी मुस्तैदी से लॉकडाउन का पालन कराते हुए दिखे। अधिकारियों ने इस बीच विभिन्न बैरियर पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। साथ ही वहां मौजूद पुलिस कर्मियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। उधर, लॉकडाउन के बीच शनिवार को एटीएम सेवा भी बेपटरी हो गई। ज्यादातर एटीएम के शटर ही नहीं खुल सके। इससे सहालग के मौसम में लोगों को धननिकासी में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।कोरोना को फैलने से रोकने के लिए बीते सप्ताह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 35 घंटे का लॉकडाउन किया था। हालांकि प्रदेश में कोरोना में कमी नहीं आई। इसे देखते हुए कोरोना की चेन तोड़ने के लिए शुक्रवार रात 8 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक का संपूर्ण लॉकडाउन लगाए जाने की घोषणा की थी। इसी क्रम में पहले दिन शनिवार को जिले में लॉकडाउन का पूरी सख्ती के साथ पालन हुआ। आम नागरिक स्वयं ही घर से बाहर नहीं निकले। अत्यंत जरूरी कार्य से ही इक्का-दुक्का लोग घर से बाहर निकले। हालांकि इसके लिए भी उन्हें जगह-जगह लगे बैरियर पर पुलिस कर्मियों की सख्ती का सामना करना पड़ा। बताते चलें कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए जिला मुख्यालय से लेकर अन्य नगरीय क्षेत्रों की प्रमुख बाजारों व प्रमुख मार्गों पर जगह-जगह बैरियर लगाए गए हैं। प्रत्येक बैरियर पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी। पुलिसकर्मी उन्हीं नागरिकों को बैरियर पार करने दे रहे थे, जिनके पास ठोस कारण था। बगैर किसी ठोस कारण के निकलने वालों को चेतावनी देकर लौटा दिया जा रहा था। मेडिकल स्टोर खुले, कम पहुंचे ग्राहक वीकेंड लॉकडाउन के चलते जिले की बाजारें पूरी तरह बंद रहीं। इसके चलते बाजारों व सड़कों पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। इक्का-दुक्का लोग ही जरूरी कार्य से बाहर निकले। सन्नाटे का माहौल पूरे दिन रहा। कभी-कभार एंबुलेंस व पुलिस वाहन के सॉयरन की आवाज ही सन्नाटे को चीर रही थी। सिर्फ मेडिकल स्टोर ही इस दौरान खुले हुए थे। हालांकि ज्यादातर मेडिकल स्टोरों पर भी पूरे दिन सन्नाटा ही रहा। इक्का-दुक्का मरीज व तीमारदार दवा की खरीदारी के लिए पहुंचे। मीरानपुर में मेडिकल स्टोर संचालक सलमान रिजवी ने कहा कि लॉकडाउन को मेडिकल स्टोर खुले जरूरी, लेकिन ज्यादातर समय सन्नाटा ही रहा। कोरोना के भय के चलते अब लोग खुद ही बाहर नहीं निकल रहे हैं।ज्यादातर एटीएम के नहीं खुले शटर, कैश की भी रही किल्लत लॉकडाउन के बीच शनिवार से ही को एटीएम सेवा पूरी तरह बेपटरी हो गई। ज्यादातर एटीएम के शटर खुले ही नहीं। जिन एटीएम के शटर खुले भी, तो उनमें भी कैश की कमी बनी रही। जिले में एसबीआई, बीओबी, पंजाब नेशनल बैंक, ओरियंटल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी, सेंट्रल बैंक समेत कई अन्य बैंकों के लगभग 150 एटीएम विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित हैं। शनिवार को इनकी तुलना में 100 से अधिक एटीएम के शटर ही नहीं खुले। नतीजा यह रहा कि सहालग के मौसम में नागरिकों को धननिकासी के लिए इधर-उधर की दौड़ लगाने को मजबूर होना पड़ा। अकबरपुर नगर के अकबरपुर अयोध्या मार्ग स्थित एसबीआई, एक्सिस व एचडीएफसी, बैंक ऑफ बड़ौदा मुख्य शाखा, एसबीआई मुख्य शाखा, बस स्टेशन क्षेत्र में स्थित एसबीआई समेत एक दर्जन से अधिक एटीएम के शटर नहीं खुले। शहजादपुर के रमेश कुमार व मीरानपुर के शहाब परवेज ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सहालग का मौसम है। बैंक बंद हैं। एटीएम ही एक मात्र धननिकासी का माध्यम है। ऐसे में शनिवार से ही एटीएम सेवा ही पूरी तरह बेपटरी हो गई। जिम्मेदारों को आम नागरिकों के हित को देखते हुए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए थे। उधर, एलडीएम आशीष सिंह ने बताया कि शनिवार को लगभग सभी एटीएम का सुचारु रूप से संचालन हुआ।
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