रमाकांत पांडे ब्यूरो चीफ
बेनकाब भ्रष्टाचार
अंबेडकर नगर
*जनपद में महानगरों से आने वालें मजदूरों से बढ़ रहा कोरोना*
अम्बेडकरनगर। जनपद में इस बार कोरोना काफी ज्यादा सक्रिय देखने को मिल रहा है ऐसे में महानगरों महाराष्ट्र, दिल्ली व अन्य प्रदेशों एवं उत्तर प्रदेश के महानगरों से आने वाले मजदूरों द्वारा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कोरोना महामारी को बढ़ा सकते हैं। महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर महाराष्ट्र में लॉकडाउन घोषित कर दिया है। अभी दूसरा दिन ही है परंतु मुंबई के तिलक टर्मिनल स्टेशन पर वापस आने वाले परदेसियों की भारी भीड़ देखी जा रही है।कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय सामाजिक दूरी एवं शारीरिक दूरी तथा मास्क है। इसका पालन भी स्टेशन पर नहीं हो रहा है। वहां से आने वाले लोग कोरोना संक्रमित भी हो सकते हैं। इसी तरह महानगरों दिल्ली, सूरत, भोपाल, कलकत्ता से पंचायत चुनाव में मतदान करने आने वाले भारी संख्या में परदेसी बाबू मतदान करने के साथ कोरोना की सौगात भी दे सकते हैं। कुछ लोग बम्बई, सूरत, लुधियाना, भोपाल तथा दिल्ली व अन्य महानगरों से बसों से घर पहुंच चुके हैं। बस से आने के कारण उनकी कोई स्क्रीनिंग हुई न कोई जांच और वे अपने गांव पहंुच गये। यही हालत अंबेडकर जयंती पर किशनपुर कबिरहा, मंगुराडिला, बंदीपुर, नगपुर, करमैनी, जगदीशपुर कपिलेश्वर, मरहरा, आजनपारा, मालीपुर समेत कई गांव में दिल्ली, लुधियाना, हरियाणा, पंजाब, मुंबई से वापस लौटने वालों को लेकर संख्याएं बढ़ रही हैं। लोग उन्हें संदिग्ध निगाह से देख रहे हैं कि इनके संपर्क में आने पर कहीं संक्रमित न हो जाएं।आम लोगों की चिन्तायें बढ़ीं: रोजी रोटी के चक्कर में मुंबई, सूरत, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा समेत बड़े महानगरों में रहने वाले लोग लॉकडाउन के कारण कामकाज बंद होने तथा पंचायत चुनाव में मतदान करने का निमंत्रण मिलने के कारण लोग जो भी वाहन पा रहे हैं उसी से घर पहुंच रहे हैं। उनकी सोच है कि यहां रहने का कोई मतलब नहीं है। ऐसे में वे पिछली बार वाली हालत नहीं पैदा करना चाहते कि खाने-पीने के लिए उन्हें दूसरे से मदद लेनी पड़े। कोरोना का भय बना हुआ है। प्रदेश से लौटने वाले लोग अपने समाज से हैं परंतु
कोरोनावायरस के चलते आसपास के परिवारों में डर पैदा हो रहा है।
- अम्बेडकर नगर