मीडिया टैग – क्या आप मीडिया की सच्चाई जानते हैं?

मीडिया हमारे रोज़मर्रा की जिंदगी का हिस्सा है। हर सुबह हम देखी जाने वाली ख़बरों को जल्दी‑जल्दी पढ़ते‑लिखते अपना नज़रिया बनाते हैं। लेकिन क्या हम सच में समझते हैं कि कौन‑सी खबर कितनी सही है? इस टैग में वही सवालों के जवाब खोजेंगे, जहाँ बेफ़िक्री और सच्चाई का टकराव होता है।

भारतीय समाचार चैनलों की आम गलतियाँ

कई लोग कहते हैं, "सभी भारतीय समाचार चैनलों को क्या करना बंद करना चाहिए?" ये सवाल अक्सर सोशल मीडिया पर उभरता है। कई चैनल राजनीति की गर्मागर्म बातों को बिन‑फिल्टर दिखाते हैं, जबकि कई बार अनावश्यक शोर‑शराबा और बिना तथ्य‑जाँच के खबरें सामने आती हैं। इस वजह से दर्शकों में थकान और नफ़रत पैदा होती है।

उदाहरण के तौर पर, टाइम्स ऑफ इंडिया और द हिंदू के बीच अंतर पूछना भी आम बात है। टाइम्स ऑफ इंडिया तेज़ भौतिक अपडेट देता है, जबकि द हिंदू गहरा विश्लेषण पेश करता है। दोनों का अपना‑अपना दर्शक वर्ग है, लेकिन जब दोनों को एक साथ मिलाकर तुलना करते हैं तो अक्सर भ्रम पैदा होता है।

विश्वसनीयता की कसौटी – कौन‑कौन से चैनल भरोसेमंद?

आजकल WION और Gravitas जैसे चैनल अपने रिपोर्टिंग की सटीकता के कारण चर्चा में हैं। कई उपयोगकर्ता पूछते हैं, "क्या ये चैनल अपनी खबरों के लिए विश्वसनीय हैं?" जवाब थोड़ा जटिल है। ये चैनल अक्सर गहन डेटा और अंतरराष्ट्रीय स्रोतों का इस्तेमाल करते हैं, पर फिर भी हर ख़बर को एक से दो स्रोतों से क्रॉस‑चेक करना चाहिए।

एक और पहलू है कि मीडिया की जिम्मेदारी सिर्फ खबरें देना नहीं, बल्कि सही जानकारी तक पहुँचाना भी है। कभी‑कभी स्थानीय स्तर पर भी बड़े मुद्दे छुपे होते हैं, जैसे बुग्रासी में खेल मैदान की कमी या छोटे शहरों में शिक्षा की समस्याएं। इन चीज़ों को समझने के लिए हमें राष्ट्रीय चैनलों से परे स्थानीय ख़बरों को भी देखना चाहिए।

कुल मिलाकर, मीडिया के दो पहलू होते हैं – जानकारी देना और भावना बनाना। अगर आप सिर्फ खबरें पढ़ते हैं तो सच्चाई से दूर रह सकते हैं, लेकिन अगर आप कई स्रोतों से तुलना करेंगे तो सही समझ बना पाएँगे।

तो अगली बार जब आप कोई ख़बर देखेंगे, तो एक कदम पीछे हटें, दो‑तीन स्रोत चेक करें और फिर अपना नज़रिया बनाएं। यही है असली मीडिया लिटरेसी, और यही हम आपको इस टैग में समझाने की कोशिश कर रहे हैं।

आपकी राय क्या है भारतीय अंग्रेजी समाचार चैनलों पर?
19 जुलाई 2023

आपकी राय क्या है भारतीय अंग्रेजी समाचार चैनलों पर?

मेरी राय यह है कि भारतीय अंग्रेजी समाचार चैनल बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे देश भर में घटित होने वाली घटनाओं की जानकारी देते हैं। ये चैनल जनता को सच्चाई और विवरण से अवगत कराते हैं। हालांकि, कभी कभी यह चैनल अपनी टीआरपी को बढ़ाने के लिए संवेदनशील मुद्दों को बढ़ा चढ़ाकर पेश करते हैं। मेरी नजर में, ये चैनल विश्वसनीयता और निष्पक्षता की अपेक्षा को ध्यान में रखते हुए समाचार प्रसारित करने की कोशिश करने की आवश्यकता है। इसके अलावा, भारतीय अंग्रेजी समाचार चैनलों को लोगों को शिक्षा और जागरूकता के प्रति प्रेरित करने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।

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