लाइफ कोच क्या है? आसान भाषा में जानते हैं

जब हम कहते हैं ‘लाइफ कोच’, तो इसका मतलब है वह व्यक्ति या प्रक्रिया जो आपको जीवन के अलग‑अलग पहलुओं में बेहतर बनाता है। यह कोच आपको लक्ष्य तय करने, आत्म‑विश्वास बढ़ाने और रोज़मर्रा की समस्याओं से निपटने में मदद करता है। कई बार हम खुद से पूछते हैं, ‘मैं आगे कैसे बढ़ूँ?’ या ‘मैं अपनी आदतें क्यों नहीं बदल पाता?’ लाइफ कोच यही सवालों के जवाब देता है, लेकिन शब्दों में नहीं, आसान कदमों में।

लाइफ कोच की मुख्य तकनीकें

सबसे पहले, लाइफ कोच अक्सर SMART लक्ष्य का इस्तेमाल करता है – Specific, Measurable, Achievable, Relevant, Time‑bound. इसका मतलब है कि लक्ष्य साफ़, मापने योग्य, हासिल करने लायक, आपके लिए जरूरी और समय‑बद्ध हों। उदाहरण के तौर पर, ‘मैं फिट होऊँगा’ की जगह ‘मैं अगले 3 महीनों में हफ़्ते में 3 बार 30 मिनट पिलाटेस करूँगा’ लिखें।

दूसरी तकनीक है जर्नलिंग. हर दिन 5‑10 मिनट लिखिए कि आपने क्या किया, क्या महसूस किया और आगे क्या करना है। इससे आपके विचार साफ़ होते हैं और छोटे‑छोटे पैटर्न दिखते हैं जो बदलने लायक होते हैं।

तीसरी चीज़ है फ़ीडबैक लूप. आप जो भी कोशिश करते हैं, उसके परिणाम को नोट करें और फिर खुद से पूछें, ‘क्या अच्छा हुआ, क्या सुधारा जा सकता है?’ इस तरह आप बिना डर के प्रयोग कर सकते हैं और सीखते रहते हैं।

रोज़मर्रा में लाइफ कोचिंग को कैसे लागू करें

अब बात करते हैं कि आप इन तकनीकों को अपने दैनिक जीवन में कैसे डाल सकते हैं। सबसे आसान तरीका है सुबह उठते ही 3‑5 मिनट का ‘दृष्टि‑विचार’ (visualisation). आँखें बंद करके सोचिए कि आज आपके लक्ष्य की ओर क्या छोटे‑छोटे कदम हैं और आप उन्हें कैसे पूरा करेंगे। यह दिमाग को तैयार कर देता है।

दोपहर में जब काम या पढ़ाई में थोड़ा थकाव महसूस हो, तो 5‑minute ब्रेक ले कर गहरी सांसें लें और अपने जर्नल के एक पन्ने को जल्दी से देख लें। यह आपको फिर से ट्रैक पर लाता है।

शाम को, जब दिन का काम खत्म हो, तो 10 मिनट की रिव्यू रखें। आज क्या किया, क्या नहीं किया, कौन सी बाधा आई, इसे लिखें और अगली सुबह के लिए एक छोटा‑सा लक्ष्य तय करें। इससे मन में कोई अनसुलझी बात नहीं बचती और आप अगले दिन के लिए तैयार होते हैं।

अगर आप कभी अटके हुए महसूस करें, तो अपने आप से यह सवाल पूछें – ‘मैं इस समस्या को छोटा बना कर कैसे हल कर सकता हूँ?’ छोटे‑छोटे हिस्सों में काम करना कभी भी भारी नहीं लगता।

अंत में, याद रखें कि लाइफ कोचिंग कोई जादू नहीं, बल्कि निरंतर अभ्यास है। छोटे‑छोटे कदम, सही योजना और नियमित रिव्यू से आप बड़े बदलाव देखेंगे। तो आज ही एक पेन और नोटबुक निकालें, अपना पहला SMART लक्ष्य लिखें और शुरुआत करें। आपके हाथ में ही बदलाव की चाबी है।

क्या आपको कनाडा में लाइफ कोच बनने के लिए प्रमाणित होने की आवश्यकता होती है?
23 जुलाई 2023

क्या आपको कनाडा में लाइफ कोच बनने के लिए प्रमाणित होने की आवश्यकता होती है?

मेरे ब्लॉग में हमने यह जानने की कोशिश की की क्या कनाडा में लाइफ कोच बनने के लिए प्रमाणित होने की आवश्यकता होती है? हालांकि कनाडा में विशिष्ट प्रमाणपत्र के बिना भी आप लाइफ कोच बन सकते हैं, लेकिन प्रमाणित होने से आपको और अधिक मान्यता और विश्वसनीयता मिलती है। प्रमाणपत्र आपको अपने क्लाइंट्स के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने में मदद करता है। इसलिए, यदि आप अपने करियर को गंभीरता से लेते हैं, तो प्रमाणित होना एक अच्छा विचार हो सकता है।

आगे पढ़ें