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*फाइलेरिया उन्मूलन अभियान*

*फाइलेरिया का नाइट ब्लड सर्वे 5 से, 8 टीमों का गठन*

–    हर टीम में शामिल होंगे आशा कार्यकर्ता समेत 4 सदस्य
–    रात्रि में 8 से 12 बजे तक बनाई जाएंगी ब्‍लड की स्‍लाइड

*संतकबीरनगर, 1 अप्रैल 2021।*

फाइलेरिया उन्‍मूलन के लिए दी गई दवाओं का कितना असर हो रहा है, यह जानने के लिए नाइट ब्‍लड सर्वे किया जाएगा। इस सर्वे के लिए कुल 8 टीमों का गठन किया गया है । जिले की 4 रैण्‍डम व 4 सेण्‍टीनल साइट्स पर 5 अप्रैल से सर्वे के लिए बनाई गई टीमें जाकर खून के नमूने लेंगी तथा उनका स्लाइड तैयार करेंगी । यह सर्वे आगामी 30 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें रोज रात्रि 8 बजे से लेकर 12 बजे तक लोगों के खून के नमूने लिए जाएंगे।

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि मुख्‍य चिकित्‍साधिकारी डॉ हरगोविन्‍द सिंह के निर्देशन में राष्‍ट्रीय फाइलेरिया उन्‍मूलन कार्यक्रम में दी जा रही दवाओं के असर को जानने के लिए नाइट ब्‍लड सर्वे किया जा रहा है। इस दौरान चयनित साइट्स पर प्रशिक्षित लैब टेक्‍नीशियन की टीम जाएगी और आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से लोगों के रक्‍त के नमूने लेगी। हर साइट से 5 अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल तक 500 लोगों के रक्‍त के नमूने लेकर जांच की जाएगी कि दवा दिए जाने के बाद कितने लोगों के रक्‍त में फाइलेरिया के कृमि मौजूद हैं। इसकी तैयारियों को अन्तिम रुप देने के लिए जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, सहायक मलेरिया अधिकारी सुनील चौधरी अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम लोगों को जाकर सर्वे के लिए जागरुक करेगी। सीएमओ ने कहा कि जिन लोगो को भी यह दायित्‍व दिया गया है वे पूरी ईमानदारी के साथ इस अभियान को सम्‍पादित करें।

*रात में क्‍यों लेते हैं सैम्‍पल*

सहायक मलेरिया अधिकारी सुनील चौधरी बताते हैं कि फाइलेरिया के कृमि दिन में सुषुप्‍तावस्‍था में रहते हैं तथा रात में ही सक्रिय होते हैं। इस बात को ध्‍यान में रखते हुए रात्रि में ही लोगों के रक्‍त की स्‍लाइड बनाई जाती है। जिसके चलते जांच की शुद्धता शत प्रतिशत रहे।

*लाइलाज और घातक है फाइलेरिया*

एपीडेमियोलाजिस्‍ट मुबारक अली बताते हैं कि फाइलेरिया के कृमि जिस व्‍यक्ति के शरीर में होते हैं वे सुप्‍तावस्‍था में 10 साल तक पड़े रहते हैं। जब ये सक्रिय होते हैं तो हाथीपांव, स्‍वैलिंग जैसे रोगों को जन्‍म देते हैं। यह कभी भी ठीक नहीं होता है। फाइलेरिया उन्मूलन के लिए दी जाने वाली दवा अगर कोई भी व्‍यक्ति 5 साल तक खा लेता है तो उसके अन्‍दर से ये कृमि समाप्‍त हो जाते हैं।

*इन स्‍पाट का किया गया है सर्वे के लिए चयन*

जिले के 8 साइट्स का सर्वे के लिए चयन किया गया है। इनमें रैण्डम साइट के लिए  खलीलाबाद ब्लाक का मगहर कस्बा,सांथा ब्लाक का सांड़ा गांव, बघौली ब्लाक का बालूशासन गांव व सेमरियांवा का करमा डोमन/ सुल्तानपुर गांव शामिल हैं । जबकि सेण्टीनल साइट के लिए 4 गांवो बड़गो,कालीजगदीशपुर, कांशीराम तथा बढ़या ठाठर 2017 से ही नियत  किया गया है।

*कुल 4000 स्‍लाइड बनाई जाएंगी*

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि हर साइट से 500 लोगों के रक्‍त के नमूने लिए जाएगे। इस प्रकार जिले के 8 साइटों से कुल 4000 लोगों के रक्‍त की स्‍लाइड बनाई जाएगी। जिन साइटों पर लोगों की संख्‍या 500 से कम होगी। उन साइटों पर अगल बगल की आबादी से लोगों को लेकर रक्‍त के नमूने लिए जाएंगे।

*संवेदीकरण बैठक 3 को आयोजित*

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि फाइलेरिया के नाइट ब्लड सर्वे के लिए संवेदीकरण बैठक का आयोजन आगामी 3 अप्रैल को सुबह 11 बजे से सीएमओ कार्यालय के सभागार में किया गया है। इस बैठक में यह जानकारी दी जाएगी कि किस तरह से लोगों का सैम्पल एकत्रित करना है, ताकि आंकड़ों की शुद्धता बनी रहे।

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